जब अर्जुन अपने पुत्र से हार गए
हमारी पीढ़ी पौराणिक कथाओं से क्या सीख सकती है? आज के समाज की स्वतंत्र स्त्रियाँ क्या महाभारत में ऐसी माँएँ तलाश सकती हैं। ऐसे समानांतर जहाँ स्त्री ने स्वयं ऐसी नियति चुनी हो? आशुतोष गर्ग की पुस्तक ‘4 सिंगल मदर्स’ पर चर्चा