Meena Kumari Satya Vyas
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हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पर रोती है

कुछ किरदार कभी पुराने नहीं होते। वे आज भी यहीं कहीं मौजूद होते हैं। मीना कुमारी यूँ तो सत्तर के दशक के आग़ाज़ से पहले ही दुनिया छोड़ गयी, मगर उन पर पढ़ना एक ताज़गी लिए अनुभव रहा। सत्य व्यास लिखित ‘मीना मेरे आगे’ पर बात
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Kachh Katha Abhishek Srivastav
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कच्छ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा

यात्रा संस्मरणों का ढर्रा कभी एक नहीं रहा, लेकिन इस विधा में हिंदी साहित्य नित नए प्रतिमान रच रहा है। यात्राएँ कई खेप में, कई चीजों को तलाश रही हैं। इंटरनेट युग में भी ऐसे अनसुलझे, अनजाने रहस्यों से परिचय करा रही है, जो बिना घाट-घाट पानी पीए नहीं मालूम पड़ेगी। अभिषेक श्रीवास्तव लिखित कच्छ कथा उसी कड़ी में
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Blood and oil
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शहज़ादे का खौफ़नामा

सऊदी अरब के शहज़ादे मोहम्मद बिन सलमान का चालीस वर्ष से कम उम्र में दुनिया के सबसे ताक़तवर लोगों में शुमार होना एक अजूबी घटना नहीं। लेकिन, इसे हासिल करने के लिए अपनाए गए हथकंडे एक थ्रिलर की रोचकता लिए हैं। पुस्तक ‘ब्लड एंड ऑयल’ का एक सारांश
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Hitler cover
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हिटलर का रूम-मेट

एडॉल्फ हिटलर के तानाशाह हिटलर बनने में एक महत्वपूर्ण कड़ी है वियना में बिताए सत्रह से चौबीस वर्ष की उम्र का नवयौवन। उन दिनों उसके रूम-मेट द्वारा लिखे संस्मरण के आधार पर एक यात्रा उन बिंदुओं से, जो शायद यह समझने में मदद करे कि साधारण प्रवृत्तियाँ कैसे बदल कर विनाशकारी हो जाती है।
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Rajesh Khanna
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मेरे फ़ैन्स कोई नहीं छीन सकता- राजेश खन्ना

हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार का जीवन हमें इस बात का अहसास दिलाता है कि बाबू मोशाय! ज़िंदगी लंबी नहीं बड़ी होनी चाहिए। और यह भी कि ज़िंदगी एक ऐसी पहेली है जो कभी हँसाती है तो उससे अधिक रुलाती भी है
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Sone ka Kila
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जैसलमेर का जासूस- फेलू दा

सत्यजीत रे एक बेहतरीन फ़िल्मकार के साथ-साथ कहानीकार भी थे। उनके द्वारा बनाए गए जासूसी पात्र फेलू दा हमें रोचक यात्रा पर ले जाता है। ‘सोने का किला’ इसी कड़ी में उनकी एक कहानी है
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Azaadi Mera Brand Anuradha
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एक आज़ाद लड़की का सफ़रनामा

नापसंद आते-आते यह किताब बहुत पसंद आ गयी। एक भारतीय लड़की की अकेली यूरोप यात्रा अपने आप में इसका एक्स-फैक्टर है। एक अपेक्षाकृत असामान्य चीज जो बड़े सामान्य अंदाज़ में मुमकिन हुई और दर्ज़ हुई। अनुराधा बेनीवाल की पुस्तक ‘आज़ादी मेरा ब्रांड’ का अनुभव
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Rajnatni Geeta Shree
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कौन थी राजनटनी?

गीताश्री ने बैक-टू-बैक इतिहास के पन्नों से राजनर्तकियों पर रचना की है। इस पुस्तक राजनटनी पर कुछ आपत्ति थी कि यह मूल मैथिली कथा की नकल है। किंतु साहित्य में पात्र एक हो सकते हैं, कथाएँ भिन्न, और इतिहास कहीं उनके इर्द-गिर्द
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Panchamrit Ashwini Dubey Rajkamal
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पंचामृत के पाँच संगीतकार कौन हैं?

इंदौर और देवास ने हिंदुस्तानी संगीत की दुनिया को समृद्ध किया है। अश्विनी कुमार दूबे वहाँ से पाँच महत्वपूर्ण नाम मंथन कर लाए हैं। रज़ा फ़ाउंडेशन और राजकमल प्रकाशन से छपी यह पुस्तक ज़रूर पढ़ी जानी चाहिए
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Emergency Jayaprakash Fernandes
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इमरजेंसी की हथकड़ी

इमरजेंसी के दौरान कुछ ऐसी स्थिति बनी कि सत्ता के ख़िलाफ़ समाजवादी, दक्षिणपंथी और वामपंथी नेता एक साथ आ गए। यह एक अजीबोग़रीब समीकरण था जिसे अपनी-अपनी सहूलियत और आरोप-प्रत्यारोप के लिए लोगों ने बाद में उपयोग किया। मगर मूल मुद्दा लोकतंत्र का वह रूप था जिसकी चिंता हर दौर में होती रही है
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