UpstairsDownstairs
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ऊपर और नीचे की दो दुनिया

यह दुनिया दो खानों में बँटी है। एक जो ऊपर के कमरों में रह कर आदेश देते हैं। दूसरे जो नीचे के कमरों में रह कर आदेशों का पालन करते हैं। लेकिन क्या ये दो दुनिया एक ही नहीं है? ब्रिटिश उपन्यास और टीवी सीरीज़ ‘अपस्टेयर्स डाउनस्टेयर्स’ पर बात
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Abhyutthanam Ajeet Pratap Singh
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नंद, अलेक्ज़ेंडर और चंद्रगुप्त मौर्य

अलेक्ज़ेंडर का भारत की सीमा पर आना, और मौर्य वंश का मगध का उदय लगभग एक कड़ी की तरह हुआ। क्या ऐसा संयोग बना कि तक्षशिला में चंद्रगुप्त मौर्य ने अलेक्ज़ेंडर की छावनी देखी? क्या उस घटनाक्रम से मगध की सत्ता और भारत के स्वरूप पर दूरगामी प्रभाव पड़ा? आज की दुनिया पर? आज के भारत पर? अजीत प्रताप सिंह लिखित पुस्तक ‘अभ्युत्थानम्’ पर एक चर्चा
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Nalasopara Chitra Mudgal
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एक किन्नर की चिट्ठी अपने माँ को

कुछ किताबें दिल-ओ-दिमाग में एक गहरी छाप छोड़ जाती है। चित्रा मुद्गल लिखित पोस्ट बॉक्स 203 नाला सोपारा एक लाइफ़-चेंजिंग किताब के खाँचे में बैठती है।
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Jackson Halt Review Poster
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भय का रोमांच- जैक्सन हाल्ट

मनोवैज्ञानिक थ्रिलर में कई प्रयोग होते रहे हैं। रेलवे प्लैटफॉर्म के बंद कमरे, ट्रेन की आवाज, साहित्य और भोजन चर्चा के बीच उपजे इस थ्रिलर में भारतीयता खुल कर निखरती है। फिल्म जैक्सन हॉल्ट पर बात
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Meena Kumari Satya Vyas
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हज़ारों साल नरगिस अपनी बेनूरी पर रोती है

कुछ किरदार कभी पुराने नहीं होते। वे आज भी यहीं कहीं मौजूद होते हैं। मीना कुमारी यूँ तो सत्तर के दशक के आग़ाज़ से पहले ही दुनिया छोड़ गयी, मगर उन पर पढ़ना एक ताज़गी लिए अनुभव रहा। सत्य व्यास लिखित ‘मीना मेरे आगे’ पर बात
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Kachh Katha Abhishek Srivastav
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कच्छ नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा

यात्रा संस्मरणों का ढर्रा कभी एक नहीं रहा, लेकिन इस विधा में हिंदी साहित्य नित नए प्रतिमान रच रहा है। यात्राएँ कई खेप में, कई चीजों को तलाश रही हैं। इंटरनेट युग में भी ऐसे अनसुलझे, अनजाने रहस्यों से परिचय करा रही है, जो बिना घाट-घाट पानी पीए नहीं मालूम पड़ेगी। अभिषेक श्रीवास्तव लिखित कच्छ कथा उसी कड़ी में
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Blood and oil
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शहज़ादे का खौफ़नामा

सऊदी अरब के शहज़ादे मोहम्मद बिन सलमान का चालीस वर्ष से कम उम्र में दुनिया के सबसे ताक़तवर लोगों में शुमार होना एक अजूबी घटना नहीं। लेकिन, इसे हासिल करने के लिए अपनाए गए हथकंडे एक थ्रिलर की रोचकता लिए हैं। पुस्तक ‘ब्लड एंड ऑयल’ का एक सारांश
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Hitler cover
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हिटलर का रूम-मेट

एडॉल्फ हिटलर के तानाशाह हिटलर बनने में एक महत्वपूर्ण कड़ी है वियना में बिताए सत्रह से चौबीस वर्ष की उम्र का नवयौवन। उन दिनों उसके रूम-मेट द्वारा लिखे संस्मरण के आधार पर एक यात्रा उन बिंदुओं से, जो शायद यह समझने में मदद करे कि साधारण प्रवृत्तियाँ कैसे बदल कर विनाशकारी हो जाती है।
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Sigmund Freud
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सिग्मंड फ्रॉय्ड के घर में क्या था?

मनुष्य के दिमाग को समझने में सिग्मंड फ्रॉय्ड का नाम एक मील के पत्थर की तरह है। वियना के उनके घर और क्लिनिक में जाकर इस अनूठे मनोविश्लेषक के दिमाग को समझने की एक छोटी सी कोशिश
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Praveen Jha Routine
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मैं किताबें कब लिखता-पढ़ता हूँ?

यह प्रश्न कई लोग पूछते हैं कि व्यस्त जीवन में डाक्टरी करते हुए मैं कब लिखता-पढ़ता हूँ। यूँ तो यह प्रश्न निजी है, किंतु इस साधारण दिनचर्या से एक परिचय
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