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सरौली सी मीठी: लता मंगेशकर

जहाँ अभिनेताओं में हर किसी के लिए अलग गायक थे, जैसे राज कपूर के लिए मुकेश; अभिनेत्रियों में चाहे नरगिस हों, मीना कुमारी या मधुबाला, गायिका लता ही रहेंगी
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टोंटी पंचायत

गाँव के बुजुर्गों को भी ठीक-ठीक याद नहीं, ये रंजिश कब शुरू हुई। दादा-परदादा के भी पहले की कहानी है। कन्नू-तम्मू के लकड़दादों के जमाने की। अंग्रेजों के जमाने की
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Folk Music Indian Cinema Poster
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क्या सिनेमा में भी लोकगीत हो सकते हैं?

इसी दौर में पहली बार शायद हैदर साहब लाहौर से ढोल लेकर पंजाबी लोकगीत लेकर आए, और धीरे-धीरे कई पंजाबी धुनें फ़िल्मों में आती गयी। लेकिन मेरा मानना है कि अगर गिनती की जाए तो बिहार-यूपी के लोकगीतों की संख्या कहीं ज्यादा होगी।
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Naipaul Poster
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नोबेल भाषण में नायपॉल ने भारत के लिए क्या कहा?

वी एस नायपॉल के पूर्वज भारत से गिरमिटिया मज़दूर बन कर ट्रिनिडाड ले जाए गए थे। नोबेल साहित्य पुरस्कार प्राप्त होने पर अपने भाषण में उन्होंने अपनी भारतीय जड़ों को अपने ही अंदाज़ में याद किया।
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गांधी ने कैसे समझाया अंग्रेज़ों को भारतीय त्यौहार?

चौदहवाँ दिन ‘काली चौदश’ है। इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठना होता है, और आलसी लोग भी इस दिन सुबह जरूर नहाते हैं। माँएँ बच्चों को जबरदस्ती उठा कर ठंड में नहलातीं हैं। कहते हैं, इस रात श्मशान में भूत घूमने आते हैं
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Gandhi Young Poster
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मैं लंदन कैसे आया? – मोहनदास करमचंद गांधी

यह मोहनदास करमचंद गांधी के सबसे पुराने डायरी में है, जो लंदन डायरी कहलायी। यह 19 वर्ष की उम्र में लिखी गयी। इसमें एक विद्यार्थी गांधी हैं, जो दुनिया को कम समझते थे। जो पहली बार लिफ़्ट को देख कर चौंक गए कि कमरा चल कैसे रहा है।
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