कहते हैं पूत के पाँव पालने में दिख जाते हैं। एलन मस्क के पाँव दिखने कब शुरू हुए?
एलन मस्क की पैदाइश दक्षिण अफ्रीका में उस वक्त हुई, जब वहाँ रंगभेदी खून-खराबे का माहौल था। वह अपने भाई किम्बाल के साथ बचपन में एक दिन गुजर रहे थे, तो एक व्यक्ति सड़क पर पड़ा था, और उसके सर में चाकू घुसा था। सड़क इस कदर खून से पटे थे कि उन बच्चों के जूते भी रक्त-रंजित हो गए। पूत के पाँव खून से सन गए, भले इसमें उनकी कोई गलती नहीं थी।
मस्क परिवार की कहानी दक्षिण अफ्रीका से नहीं, कनाडा से शुरू हुई। कनाडा के खेतों में घोड़ों पर बैठे उस काउबॉय से जिसने 1930 की मंदी में अपने खेत खो दिए। एलन मस्क के नाना जोशुआ हाल्डेमैन। वह उस जमाने में ‘टेक्नोक्रैसी’ नामक एक संगठन से जुड़े थे जिनका कहना था-
“सरकार चलाना राजनेताओं का काम नहीं, बल्कि तकनीकी लोगों (टेक्नोक्रैट) का काम है”
क्या आज के एलन मस्क उनका यह स्वप्न पूरा कर रहे हैं?
जोशुआ हाल्डमैन कनाडा सरकार में यहूदियों के बढ़ते प्रभाव और उदारवादी रवैये से दुखी होकर एक दिन कनाडा ही छोड़ गए। उन्हें ऐसा देश जाना था, जहाँ गोरों की मुकम्मल सत्ता हो। दक्षिण अफ्रीका ऐसा देश था, जहाँ रंगभेद अपने चरम पर था और गोरों का राज था। वह अपने चार बच्चों को लेकर दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया निकल गए। उन बच्चों में एलन मस्क की माँ माये और उनकी जुड़वाँ बहन काए भी थी।
एलन मस्क के नाना ने न सिर्फ हवाई जहाज खरीदा, बल्कि उसे दुनिया भर में अकेले उड़ाया भी। वह नॉर्वे और ऑस्ट्रेलिया तक अपना हवाई जहाज उड़ा कर गए, और एक दिन हवाई दुर्घटना में ही मर गए। एलन याद करते हैं कि मेरे नाना को जोखिम उठाने में आनंद आता था।
हवाई जहाज उड़ाने का शौक़ तो एलन मस्क के पिता एरॉल मस्क को भी जवानी से ही था। आखिर तभी तो उस जमाने की सुंदरी मिस दक्षिण अफ्रीका उन पर फ़िदा हो गयी। एलन की माँ माये मस्क। फ्रांस में हनीमून पर ही वह गर्भवती भी हो गयी, और 28 जून 1971 को एलन को जन्म दिया।
एलन एक रोता-बिलखता कमजोर और अकेला बच्चा था, जिसका एक भी दोस्त नहीं था। उसके पिता उसे ‘स्टुपिड’ बुलाया करते। उस वक्त भी जब स्कूल के कुछ लड़कों ने पीट-पीट कर उसका मुँह सूजा दिया, पिता ने सारा ठीकरा एलन की बेवक़ूफ़ी पर ही फोड़ दिया। उनकी मॉडल माँ और अक्खड़ पिता के बीच तलाक़ हुआ, मगर पिता से मुक्ति नहीं मिली। बल्कि दस वर्ष के एलन स्वयं अपनी माँ का घर छोड़ कर पिता के पास चले गए।
पूछे जाने पर एलन कहते हैं, “मुझे इस फैसले का अफ़सोस है, लेकिन उस वक्त मेरे पिता अकेले पड़ गए थे।”
उन दिनों उनके पिता अफ्रीका के जंगलों में एक शिकारी-बसेरा बना रहे थे, और एलन भी बंदूक लेकर शिकार करना सीख गए। उनके पिता उन्हें छुट्टियों में पहली बार अमरीका घुमाने भी ले गए, जहाँ उन्होंने पहली बार विडियो गेम खेले। एलन को छुटपन में ही तकनीक से रुचि बनने लगी थी। वह अपने पिता के संग्रह की एक किताब का जिक्र करते हैं, जिसमें रॉकेट बनाने की एक अजूबी विधि दे रखी थी, जो उस वक्त तक संभव नहीं हो पायी थी। एक अन्य ख़ास वैज्ञानिक गल्प का नाम वह लेते हैं-‘द मून इज अ हार्श मिस्ट्रेस’, जिसमें कंप्यूटर मनुष्य से अधिक ताकतवर हो जाता है। आइजक असीमोव की फ़ाउंडेशन सीरीज़ तो उनकी प्रिय थी ही। उनको सबसे अधिक प्रभावित किया- हिचहाइकर गाइड टू गैलेक्सी ने। वहीं बाइबल को वह बचपन से ही एक बकवास फंतासी कथा कहते थे।
तेरह वर्ष की उम्र ने एलन ने खुद ही पहला विडियो गेम प्रोग्राम लिखा- ब्लास्टर। इस खेल में एक एलियन जहाज से लड़ाई लड़नी थी। यह गेम उन्होंने पाँच सौ डालर मूल्य में एक पत्रिका को बेचा। उसके बाद वह विडियो गेम खेलते और बनाते चले गए।
इस मध्य उनके पिता दिन पर दिन सनकी होते जा रहे थे। एलन का कहना है कि वह अजीबोग़रीब दैवीय शक्तियों की बात करते, जिसका कोई अर्थ नहीं होता। सत्रह वर्ष की अवस्था में एलन ने ठान लिया कि वह अमरीका चले जाएँगे। चूँकि उनके नाना कनाडा के थे, उन्होंने कनाडा दूतावास जाकर पहले अपनी माँ का, और फिर अपना पासपोर्ट बनवा लिया। 1989 में वह कनाडा के नागरिक बन गए, और उड़ान की टिकट भी करा ली।
कनाडा यात्रा में उनके पास कुल चार हजार डॉलर थे, जो अपने माँ-बाप से मिले थे। जेब में कुछ रिश्तेदारों के पते थे, जिनसे वह कभी मिले नहीं थे। वह आखिर कनाडा के सुदूर प्रांत सस्केचवान के खेतों में पहुँचे, जहाँ एक दूर के रिश्तेदार रहते थे। वहाँ से वैनकूवर के एक मामा का पता मिला। वहीं अठारह डॉलर प्रति घंटा पर एक लुगदी फैक्ट्री में मजदूरी की नौकरी मिली। वह याद करते हैं,
“मेरा काम था एक पतली सुरंग से उबलती लुगदी के बीच गुजरना। अगर जरा भी असावधानी हुई, तो बचने की कोई संभावना नहीं”
कुछ महीनों बाद उनकी माँ और भाइयों ने भी कनाडा में बसने का फैसला कर लिया। वे सभी टोरंटो में एक भाड़े के मकान में रहने लगे। अगले वर्ष 1990 में एलन को क्वींस विश्वविद्यालय में दाखिला मिल गया। वहीं उनके पहले जिगरी दोस्त बने- पाकिस्तानी-कनाडाई मूल के नवेद फ़ारूक़। इनकी दोस्ती की वजह यह थी कि दोनों विडियो गेम खेलते घंटों बिता सकते थे।
दो वर्ष बाद एलन को अमरीका के पेनिसिलवनिया विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति मिल गयी। वहाँ उन्हें चीनी मूल के दोस्त रॉबिन रेन मिले, जिन्होंने भौतिकी ओलंपियाड जीता था। रेन याद करते हैं,
“मस्क मुझसे ऐसे रॉकेट की बात करता था, जो मंगल ग्रह पर भेजा जा सके। उन दिनों उसने बिजली गाड़ियों की भी बात की थी। हम अक्सर यही योजना बनाते रहते कि हमें इन कार्यों के लिए किस तरह बैटरी बनानी होगी”
बहरहाल, पहली चीज जो मस्क ने अपने भाई किंबाल के साथ मिल कर बनायी, वह एक तरह की डिजिटल एड्रेस बुक थी- जिप 2. इसे निवेशक मिल गए और अखबार कंपनियों को बेच कर दस हजार डॉलर तक की आय होने लगी। 1999 में यह कंपनी जब बिकी, तो एलन के हिस्से 22 मिलियन और किंबाल के हिस्से 15 मिलियन डॉलर आए!
एलन याद करते हैं, “मेरे बैंक खाते में मात्र पाँच हजार डॉलर थे। उस दिन अचानक जब इतने पैसे आ गए, मेरी खुशी का ठिकाना न रहा”
उन्होंने अपनी माँ को एक मिलियन डालर दिए, पिता को तीन लाख डालर, एक आलीशान बंगला खरीदा, मक्लारेन फार्मूला वन स्पोर्ट्स कार खरीदी। उन्होंने अपनी कॉलेज के जमाने की गर्लफ्रेंड जस्टिन से शादी कर ली। मस्क अब सातवें आसमान पर थे।
कब शुरू हुआ X ?
X.com भले आज ट्विटर का नया नाम हो, मगर इस कंपनी की स्थापना एलन मस्क ने 1999 में अपने बैंकर मित्र हैरिस फिकर के साथ मिल कर की थी। उन्होंने अपने 12 मिलियन डॉलर इसमें निवेश किए। यह कंपनी डिजिटल बैंकिंग, कर्ज-निवेश आदि से जुड़ी थी। एलन मस्क का ईमेल आइडी बना- e@x.com । ये वो दिन थे जब मस्क रात भर जाग कर काम करते, ऑफिस में ही जमीन पर सो जाते। उनके बिल्डिंग में ही एक अन्य युवक एक नया डिजिटल पेमेंट लाने की योजना बना रहे थे। पीटर थील नामक उन युवक ने कंपनी बनायी- Paypal. जल्द ही इन दोनों के बीच प्रतियोगिता शुरू हो गयी कि किसका मॉडल बेहतर।
आखिर मस्क ने थील को एक ग्रीक रेस्तराँ में बुला कर प्रस्ताव दिया, “अब एक-दूसरे से लड़ कर फायदा नहीं। हम हाथ मिला लेते हैं।”
“ठीक है। मुझे कितने शेयर मिलेंगे?”, ठंडे दिमाग वाले थील ने पूछा
“नब्बे प्रतिशत हमारा। दस आपका।”
“आप ने मज़ाक़ करने बुलाया है? हमारा मार्केट तो बराबर है”
“सैर पर चलेंगे? मेरी फॉर्मूला वन मक्लारेन में?”
दोनों जब गाड़ी में बैठे, तो थील ने पूछा, “दिखाइए! क्या कर सकती है आपकी यह गाड़ी!”
मस्क ने एक्सीलेरटर दबायी और गाड़ी हवा से बातें करने लगी। तभी एक किनारे से टकरा कर हवा में उछल कर पलट गयी। थील ने सीट-बेल्ट भी नहीं पहना था। गाड़ी के टुकड़े हो गए, मगर दोनों बाल-बाल बच गए।
थील याद करते हैं, “मुझे उस दिन लगा कि यह आदमी थोड़ा पागल है”
मार्च 2000 में 50-50 शेयर पर दोनों में डील हो गयी। एक्स और पेपाल मिल गये। मस्क Paypal के सीइओ बने। पीटर थील स्वयं किनारे हो गए, और अपने यूक्रेनी मूल सहयोगी लेवशिन को मस्क के साथ छोड़ दिया। उनके बीच जल्द ही तकनीकी विवाद शुरू हो गए।
एक दिन लेवशिन उनके पास गए, “मैंने ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए Captcha तकनीक लायी है”
मस्क ने कहा, “यह बहुत ही वाहियात तकनीक है”
लेवशिन ने निराश होकर उनसे दूरी बनाने की ठान ली। उन्होंने पीटर थील को फोन किया, “अब पानी सर से ऊपर जा रहा है। क्या तुम कंपनी में लौटना चाहोगे? हम तुम्हें सीईओ बना देंगे”
मस्क उस वक्त अपनी पत्नी के साथ ऑस्ट्रेलिया में ओलंपिक देखने गए थे, जब उनके सहयोगियों ने फोन किया कि कंपनी में साजिश चल रही है। जब तक वह हड़बड़ी में लौटे, बोर्ड ने निर्णय ले लिया था। मस्क सीईओ का पद खो चुके थे। हालाँकि उन्हें आर्थिक रूप से लाभ ही हुआ।
2002 में जब पेपाल को ईबे (Ebay) ने डेढ़ बिलयन डॉलर में खरीदा, मस्क के हिस्सा 250 मिलियन डॉलर आए।
वहाँ पार्किंग लॉट में उन्हें जब लेवशिन मिले, तो लेवशिन ने पूछा, “मुझे पीटने तो नहीं आए न?”
मस्क ने हँस कर कहा, “एक-दो बार मन में यह ख्याल तो आया था, मगर सोचा कि यह किस्सा भूल जाना ही अच्छा है”
“आगे क्या इरादा है?”
“पता नहीं। किस्मत रही तो रॉकेट उड़ाउँगा”
अपने पिता और नाना की तरह मस्क ने हवाई जहाज नहीं, बल्कि एक सोवियत फाइटर जेट L-39 ही खरीद लिया, और इसे उड़ाना सीखने लगे। उन्होंने नासा के वेबसाइट पर ढूँढा कि मंगल पर जाने की योजना कब है। उन्हें यह जान कर निराशा हुई कि ऐसी कोई योजना नहीं। कुछ गूगल करने पर उन्हें एक ‘मार्स सोसाइटी’ का पता लगा। ऐसे रईसों का अड्डा था जो मंगल ग्रह पर जाना चाहते थे। मस्क ने उनको पाँच हजार डॉलर का चंदा भेज दिया, और अपने दोस्त मार्क वूलवे को कहा,
“हमलोग मंगल पर घर बनाने जा रहे हैं”
स्पेस X
रॉकेट बनाने वाली कंपनी जैसे लॉकहेड या बोइंग लॉस एंजल्स में थे, तो एलन भी सपरिवार वहीं चले गए। अपनी पत्नी जस्टिन के बदौलत 2002 में उन्हें अमरीकी नागरिकता भी मिल गयी थी। उन्हें मार्स सोसाइटी से एक मिसाइल इंजीनियर जिम कैंट्रेल का संपर्क मिला। वे यूटा के सॉल्ट लेक सिटी में मिले, जब एलन ने पूछा,
“मंगल पर जाने के लिए रॉकेट कहाँ मिल सकते हैं?”
कैंट्रेल ने कहा, “आप कहाँ तक जाने के लिए तैयार हैं? मॉस्को चलना चाहेंगे?”
कैंट्रेल याद करते हैं कि जब वे मॉस्को डील करने पहुँचे तो वहाँ रूसी अधिकारी भड़क गए और कहा, “हम पूँजीपतियों के गुलछर्रे उड़ाने के लिए रॉकेट नहीं बनाते।”
यह कह कर उस अधिकारी ने मस्क की तरफ़ मुँह कर थूक दिया। मस्क ने इस बेइज्जती के बाद ठान लिया कि वह अपनी कंपनी बनाएँगे। 2002 में ही उन्होंने एक कंपनी बनायी – स्पेस एक्सप्लोरेशन टेक्नॉलॉजी (SET), जिसका नया नामकरण किया- स्पेस एक्स।
जब उनसे लक्ष्य पूछा गया, उन्होंने कहा, “2003 के सितंबर में हम पहला रॉकेट उड़ाएँगे, और 2010 तक मंगल पहुँचेंगे”
उसी वर्ष एलन के पहले शिशु नेवादा का जन्म हुआ, जिसकी पैदा होते ही मृत्यु हो गयी। उनके दोस्त नवेद फ़ारूक़ इस दुख के वक्त उनके साथ थे। स्पेस-एक्स ने उनको इस दुख को भुलाने में मदद की। उन्होंने लॉस एंजल्स के हॉथोर्न काउंटी में जमीन ली, एक रॉकेट इंजीनियर टॉम मुलर को मोटी रकम दी, और पहले रॉकेट फाल्कन 1 की तैयारी शुरू हो गयी।
मार्च 2003 को जो पहले इंजिन की टेस्टिंग हो पायी उसमें किरासन और द्रव ऑक्सीजन को इंधन रूप में प्रयोग किया गया। मस्क को लग गया कि यह कार्य बहुत महंगा और समय लेने वाला है, लेकिन वह बारह-बारह घंटे कार्य करने वाले इंजीनियर रखने लगे। 2004 में जब नासा ने उन्हें कॉन्ट्रैक्ट देने से मना कर दिया, उन्होंने नासा पर ही मुकदमा कर दिया, और जीत भी गए!
टेस्ला
2003 के अक्तूबर में स्टानफोर्ड में एक वक्तव्य के दौरान मस्क के पास दो लोग आए। एक थे 77 वर्ष के बुजुर्ग उद्योगपति हैरल्ड रोजेन और दूसरे थे 29 वर्ष के युवा इंजीनियर जेफ्री स्ट्रॉबेल। मस्क ने उन्हें स्पेस-एक्स की फैक्ट्री में मिलने कहा।
स्ट्रॉबेल ने कहा, “मैंने सैकड़ों लिथियम बैटरी की मदद से एक गाड़ी चलाने का सोचा है। आपका क्या विचार है?”
मस्क ने कहा, “अच्छा है। मेरी तरफ़ से दस हजार डॉलर रख लो, और काम शुरू करो”
उसी वर्ष एक अन्य इंजीनियर मार्टिन एबरहार्ड ने भी ऐसी ही एक कंपनी शुरू की थी, जो विद्युत चालित गाड़ियाँ बनाएगी। नाम रखा था- टेस्ला!
जब मस्क को मालूम पड़ा, दोनों को बुला कर कहा, “आपलोग एक ही चीज पर काम कर रहे हैं, तो मिल कर काम करिए। मैं निवेश करने को तैयार हूँ।”
जनवरी 2005 में जब उन्होंने पहली गाड़ी बना ली, मस्क ने उस पर एक तेज चक्कर लगाया, और गाड़ी से ही चिल्ला कर कहा, “कमाल चीज बनायी है। मेरी तरफ़ से नौ मिलियन डॉलर!”
अब सवाल यह था कि सीईओ कौन होगा? एबरहार्ड का कहना था कि कंपनी उन्होंने बनायी थी, तो सीईओ वही रहेंगे। मस्क ने कहा कि एबरहार्ड के पास सिर्फ़ नाम था, आगे का आइडिया स्ट्रॉबेल का था और निवेश उनका। भले ही सीईओ एबरहार्ड रहे, मस्क वहाँ अधिक समय बिताने लगे। वह टेस्ला के बनने में अपने सुझाव देने लगे, रात भर इंजीनियरों के साथ काम करने लगे। वहीं एबरहार्ड मीडिया में कहने लगे कि यह टेस्ला उनके दिमाग और मेहनत की उपज है। 2006 में पहला मॉडल ‘रोडस्टर’ सड़क पर दौड़ने को तैयार था, और वह भी कई पेट्रोल गाड़ियों से तेज़!
जहाँ यह उल्लास का अवसर था, उसी वर्ष मस्क को एक बड़ा झटका लगा। फाल्कन 1 का पहला लॉन्च असफल रहा। वह बीस सेकंड के लिए उड़ा और जल कर भस्म हो गया। अगले वर्ष मार्च 2007 में रॉकेट पृथ्वी के वायुमंडल भेदने में सफल रहा, लेकिन उसके बाद उल्टा धरती की ओर गिरने लगा। यह प्रयोग भी असफल।
टेस्ला के साथ भी समस्या आ रही थी कि उसके बनने में ही प्रति गाड़ी एक लाख डॉलर से अधिक खर्च आ रहा था। इतनी महंगी इलेक्ट्रिक गाड़ी कौन खरीदता? मस्क ने गुस्से में एबरहार्ड को फोन किया,
“आपने झूठ कहा था कि सस्ती गाड़ी बनाएँगे। आपको सीईओ पद से निकाला जा रहा है”
उस वक्त माइकल मार्क्स नामक एक उद्योगपति को सीईओ बनाया गया, मगर उनकी भी मस्क से नहीं बन पायी। कुछ महीने इज़रायली मूल के ड्रोरी सीईओ बने, लेकिन अक्तूबर 2008 में एलन मस्क ने खुद को सीईओ घोषित कर दिया। 2008 में स्पेस एक्स का तीसरा रॉकेट लॉन्च भी असफल रहा।
इस मध्य उनकी पत्नी ने पहले जुड़वाँ और फिर टेस्ट-ट्यूब के माध्यम से तिड़वाँ बच्चों को जन्म दिया था। टेस्ला और स्पेस एक्स की असफलताओं से उपजे तनाव ने 2008 में ही उन्हें तलाक़ के लिए मजबूर कर दिया। उसी वर्ष अभिनेत्री तलुला रिली से उनके संबंध बन गए। यह संबंध खुशियाँ लेकर आया। सितंबर 2008 में पहली बार फाल्कन 1 अंतरिक्ष पहुँचने में सफल हो गया! किसी भी निजी कंपनी ने ऐसा पहले नहीं किया था।
समस्या यह थी कि अब तक मस्क की कंपनी कंगाली के मुकाम पर पहुँच चुकी थी। रॉकेट में अरबों डॉलर खर्च हो गए थे, और टेस्ला की गाड़ी लॉन्च नहीं हो पा रही थी। उस समय जर्मनी के एक निवेशक डेम्लर को उन्होंने आमंत्रित किया। वह टेस्ला के टेस्ट गाड़ी में बैठे और कहा-
“इस शानदार गाड़ी पर तो हम 50 मिलियन डॉलर लगा सकते हैं”
साथ ही अमरीका के ऊर्जा विभाग ने 465 मिलियन डॉलर का कर्ज दे दिया। आखिर डूबती टेस्ला को नाव मिल गयी। वहीं राष्ट्रपति बैरक ओबामा स्पेस एक्स देखने आए, और इसे नासा से बड़ी फंडिंग मिली। 2010 में एक बड़ा रॉकेट फाल्कन 9 अंतरिक्ष के चक्कर लगाने में सफल रहा।
लेकिन एलन मस्क बहुत खुश भी नहीं थे। उनकी मंशा कहीं ऊँची थी। जब 2012 में पहला टेस्ला मॉडल S उनके घर आया, उन्होंने कहा,
“यह क्या बकवास गाड़ी बनायी है हमने? इतना सस्ता पेंट? ऐसे हम मुकाबला करेंगे बीएमड्ब्ल्यू और मर्सिडीज़ से?”
स्पेस-रेस
दूसरी तरफ़ स्पेस एक्स की टक्कर में एक ऐसे व्यक्ति आ गए थे, जिनकी सोच उनसे मिलती थी, और उतने ही ऊँचे अरमान थे। अमेजन कंपनी के मालिक जेफ बेजोस ने 2000 ईसवी में ही ‘ब्लू ऑरिजिन’ नामक कंपनी बनायी थी, जो अंतरिक्ष में जाना चाहती थी। दोनों की टक्कर तब हुई जब नासा ने पैड 40 को लीज पर देने की सोची। वही ऐतिहासिक पैड जहाँ से नील आर्मस्ट्रांग ने चाँद की उड़ान भरी थी। मस्क और बेजोस दोनों ही इसे हासिल करने चाहते थे। आखिर यह एलन मस्क के हिस्से आया। उन्होंने कहा,
“जेफ बेजोस पहले एक टूथपिक अंतरिक्ष में भेज कर दिखाएँ, रॉकेट तो दूर की चीज है”
जेफ बेजॉस भी कहाँ हार मानने वाले थे? 2015 में उनकी कंपनी के रॉकेट ने पृथ्वी के चक्कर लगाए, और लौट कर सही सलामत पृथ्वी पर आ भी गया। कमाल की बात थी कि यह रॉकेट पूरी तरह सलामत था, और इसे वापस प्रयोग में लाया जा सकता था। अगर किसी को अंतरिक्ष यात्रा कर लौटना था, तो यही मॉडल सही था। हालाँकि एलन मस्क के रॉकेट ग्रासहॉपर ने भी ऐसा किया था, मगर बेजॉस का रॉकेट उससे सौगुना अधिक दूर चक्कर लगा कर आया था।
अब इन दोनों के बीच अंतरिक्ष प्रतिस्पर्धा के बिगुल बज गए। मात्र चार हफ्ते बाद दिसंबर 2015 में स्पेस एक्स ने कहीं अधिक भारी-भरकम रॉकेट फाल्कन 9 को सुदूर अंतरिक्ष में भेजा, और वह चक्कर लगा कर सही सलामत धरती पर लौट गया। जेफ बेजोस ने हालाँकि मजे लेते हुए ट्वीट किया,
“बधाई स्पेस एक्स! हमारे क्लब में आपका स्वागत है।”
इन सबसे इतर दुनिया में एक नयी तकनीक उभरने लगी थी- कृत्रिम प्रज्ञा यानी AI. गूगल ने 2014 में ‘डीपमाइंड’ नामक कंपनी हासिल कर ली थी, और अमेजन एलेक्सा बाज़ार में थी। मस्क इस दौर में पीछे रह गए थे। पहले तो उन्होंने घूम-घूम कर AI के नुकसानों पर बोलना शुरू किया, लेकिन यह तरकीब काम नहीं आयी। फिर उन्होंने सैम आल्टमैन के साथ मिल कर एक लैब बनाया- ओपेन एआई- एक ऐसी जगह जहाँ AI प्रोग्राम सभी के लिए उपलब्ध या ओपन सोर्स होगी। यह गूगल और अमेजन के एकाधिकार को खत्म करने के इरादे से बनी थी। इस प्रोजेक्ट में उनके पेपाल कंपनी जमाने के दोस्त पीटर थील ने भी पैसे लगाए। 2023 में इसी लैब ने चैट जीपीटी लॉन्च किया!
हालाँकि इस तकनीक के खतरे भी उपज रहे थे। 2016 में टेस्ला ने गाड़ियों में जब ऑटो-पाइलट लगाया, तो गाड़ी कुछ हद तक बिना ड्राइवर के चलने लगी। मगर फ्लोरिडा में एक बड़ी दुर्घटना में टेस्ला उस वक्त चकनाचूर हो गयी, जब इसके ऑटो-पाइलट ने ग़लत अनुमान लगाया। हालाँकि मस्क ने इस गाड़ी में मरे ड्राइवर के विषय में कहा,
“पेट्रोल गाड़ी में दुर्घटना नहीं होते क्या? 1-2 मौतों के कारण यह तकनीक बुरी नहीं हो जाती”
2016 में ही अमरीका में चुनाव थे, जब हिलेरी क्लिंटन का मुक़ाबला डोनाल्ड ट्रम्प से था। चुनाव के दौरान एलन मस्क ने खुल कर हिलेरी क्लिंटन का समर्थन और डोनाल्ड ट्रम्प की निंदा की। लेकिन, ट्रम्प के जीतते ही वह सावधान हो गए। उनके दोस्त पीटर थील शुरू से ही डोनाल्ड ट्रम्प समर्थक थे, तो वह अन्य सीईओ के साथ मस्क को भी लेकर वाइट हाउस गए। वहाँ ट्रम्प ने उन्हें कहा,
“मेरे एक दोस्त ने मुझे टेस्ला लाकर दिया था, मगर मैंने कभी चलाया नहीं”
वहाँ से लौट कर मस्क ने कहा, “ट्रम्प दुनिया का सबसे बड़ा डपोरशंख हो सकता है” (Trump might be one of the world’s best bullshitters ever)
उन्हीं दिनों एलन मस्क का पत्नी तलुला से तलाक हुआ और उनकी मुलाकात अभिनेत्री एंबर हर्ड से होने लगी थी। 2017 में फ़िल्म एक्वामैन की शूटिंग पर दोनों ऑस्ट्रेलिया में साथ थे। हालाँकि उसी वर्ष दिसंबर में रियो डी जेनेरो में उनके झगड़े होने लगे, और एम्बर ने तमाशा खड़ा कर इल्जाम लगाए। मस्क का दूसरा बड़ा झटका तब लगा जब उन्हें पता लगा कि उनके पिता एरल मस्क ने उनकी सौतेली बहन को गर्भवती कर दिया है। भले सौतेली सही, मगर एक पिता अपनी बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकता है?
मस्क ने गुस्से में कहा, “मेरे पिता से घटिया इंसान दुनिया में कोई नहीं”
एलन मस्क ने इन दुखों से उबरने के लिए वही किया, जो पहले भी करते रहे थे। वह अपना सारा समय फैक्ट्री में बिताने लगे। टेस्ला मॉडल 3 की बारिकियों पर ध्यान देने लगे। हालाँकि 2018 में गायिका ग्रिम्स (क्लैरे बाउचर) उनकी गर्लफ्रेंड बनी, और उनसे तीन बच्चे भी हुए, मगर वह किसी लंबे प्रेम-संबंध के लिए तैयार नहीं थे।
मस्क को यह लग गया था कि टेस्ला को सस्ता बनाने के लिए और इसे बड़ा बाज़ार देने के लिए चीन में बड़ी फैक्ट्री बनानी ज़रूरी है। हालाँकि फैक्ट्री पहले से थी, मगर चीन पर पकड़ नहीं बन पा रही थी। उन्हें उस वक्त अपने पुराने कालेज मित्र रॉबिन रेन याद आए। वही चीनी मूल के मित्र जिन्होंने भौतिकी ओलंपियाड जीता था।
उन्होंने पूछा, “कैसे हो रेन? तुम्हारी मदद की ज़रूरत है। तुम चीन को भी जानते हो और अमरीका को भी? क्या तुम चीन में हमारा बिजनेस संभालोगे?”
मस्क के दोस्त गिने-चुने ही रहे, मगर यह मानना पड़ेगा कि उन्होंने रिश्ता लंबा निभाया। चाहे उनके भाई किंबाल हो, उनके छुटपन के दोस्त रॉबिन और नवेद, या व्यवसाय के कुछ दोस्त जैसे पीटर थील।
दोस्त रॉबिन के आते ही 2019 में चीन के राष्ट्रपति झी जिनपिंग ने टेस्ला के साथ बड़ी डील कर ली। उसी वर्ष टेस्ला कंपनी ने भारी-भरकम साइबरट्रक भी बना डाला। मस्क स्पेस-एक्स के भविष्य पर भी कुछ नया सोचने लगे थे। अंतरिक्ष-यात्रा से अलग कुछ ज़मीनी चीज, जो सहज हो।
स्टारलिंक
2015 में उन्होंने एक विभाग बनाया- स्टारलिंक। इसके तहत यह योजना बनी कि पृथ्वी से कुछ कम दूरी में अंतरिक्ष में चालीस हजार सैटलाइट लगाए जाएँगे। चूँकि यह मात्र 340 मील दूरी पर होंगे (अन्य सैटलाइट 22000 मील दूर हैं), तो सिग्नल अपेक्षाकृत तेज आएगा। यह इंटरनेट की एक नयी क्रांति थी, जब बिना केबल के भी तेज़ इंटरनेट संभव था। 2019 में स्टारलिंक के सैटलाइट लगने शुरू हो गए, और उनका इंटरनेट भी शुरू हो गया।
2020 में ग्रिम्स ने उनके बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने रखा- X. वह सपरिवार कैलिफ़ोर्निया छोड़ कर टेक्सास के ऑस्टिन शहर में बस गए। तभी दुनिया में कोरोना बीमारी आयी, और मस्क भी इसके शिकार हो गए। ख़ैर, काम की गति नहीं रुकी। बल्कि उसी वर्ष स्पेस एक्स ने पहली बार दो मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजा। यह खबर सुन कर जेफ बेजोस को लगा कि वह पीछे रह गए, जवाब तो देना होगा!
2019 में ही बेजोस ने स्टारलिंक के जवाब में अपने सेटलाइट इंटरनेट की घोषणा की- प्रोजेक्ट क्विपर। हालाँकि उन्होंने कोई सेटलाइट अंतरिक्ष में लगाए नहीं थे, जबकि मस्क का स्टारलिंक 2021 तक चौदह देशों में सेवाएँ देने लगा। जेफ बेजोस ने अब ऐसी घोषणा की, जो नहले पर दहला था। 2020 में उन्होंने कहा-
“मैं और मेरा भाई मार्क अंतरिक्ष यात्रा पर जा रहे हैं।”
एलन मस्क को लगा कि इसमें बेजॉस को मात करना ज़रूरी है। उन्होंने खुद तो नहीं किया, मगर एक अन्य खरबपति रिचर्ड ब्रैन्सन ने बेजॉस से पहले ही अंतरिक्ष यात्रा की ठान ली, और वह ऐसा करने वाले पहले अमीर हुए। एलन मस्क उन्हें बधाई देने उनके रॉकेट तक पहुँच गए। उसके नौ दिन बेजॉस-बंधु भी अंतरिक्ष यात्रा कर आए, मगर वे पहले नहीं बन सके।
2021 की जनवरी में जेफ बेजोस को पीछे छोड़ते हुए एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। उनकी संपत्ति 190 बिलियन डॉलर आँकी गयी। उसी वर्ष उनकी एक महिला कर्मी शिवॉन जिलिस से उनके जुड़वां बच्चे भी हुए।
कोरोना काल में ही एलन मस्क का राजनीतिक कायाकल्प जोर पकड़ने लगा। जब उनकी फैक्ट्री को कोरोना के कारण बंद करने के आदेश दिए गए, उन्होंने कहा कि यह अलोकतांत्रिक फासीवाद है। इसके बाद ही ‘वोक संस्कृति’ के विरुद्ध खुल कर लिखने लगे। उन्होंने लिखा,
“पहले मैं डेमोक्रैट को अपना मत देता रहा, मगर अब वे देश को बाँटने में लगे हैं। मैं अगला मत रिपब्लिकन पार्टी को दूँगा”
ख़ास कर अगस्त 2021 में विद्युत गाड़ियों के लिए वाइट हाउस में आयोजन किया, जिसमें कई कार कंपनियों के मालिक आए, मगर एलन मस्क को नहीं आमंत्रित किया गया। हालाँकि राष्ट्रपति भवन ने कहा कि यह वर्कर यूनियन के लोगों के लिए आयोजन था, जो टेस्ला में नहीं है; लेकिन मस्क भड़क चुके थे।
2022 में दुनिया में एक और बड़ी घटना हुई, जब रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया। रूस ने अमरीकी सेटलाइट कंपनी वियासैट पर एक साइबर हमला किया, जिससे यूक्रेन सेना का सुरक्षित इंटरनेट संचार टूट गया। उस वक्त यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने एलन मस्क से मदद माँगी कि वह स्टारलिंक सेवाएँ मुहैया कराएँ। जल्द ही स्टारलिंक के माध्यम से यूक्रेन सेना को मदद मिलने लगी।
कुछ महीने बाद उन्हें खबर मिली कि स्टारलिंक की मदद से यूक्रेन क्रीमिया में लगे रूसी जहाजों पर हमला करने वाली है। उस वक्त मस्क को लगा कि यह स्टारलिंक का दुरुपयोग है, क्योंकि क्रीमिया अब रूस का हिस्सा है। यूक्रेन इस तरह हमला नहीं कर सकता। उन्होंने अचानक क्रीमिया क्षेत्र के स्टारलिंक नेटवर्क काट दिए, और यह हमला असफल रहा। मस्क का कहना था कि ऐसा करना आवश्यक था, अन्यथा परमाणु युद्ध हो सकता था, जो वह नहीं चाहते थे।
जब जेलेंस्की ने पूछा कि आप यूक्रेन के साथ हैं या रूस के?, तो उन्होंने कहा कि मैंने यूक्रेन के लिए अस्सी मिलियन डालर की सुविधा दी है, जबकि रूस को एक पैसा नहीं दिया। मैं यूक्रेन के साथ हूँ।
लेकिन, धीरे-धीरे एलन मस्क ने रूसी क्षेत्रों में स्टारलिंक ब्लॉक कर दिए, जिस कारण यूक्रेन द्वारा रूस पर हमला मुश्किल होने लगा।
उन्हीं दिनों अपने राजनीतिक ट्वीट के कारण उनका ट्विटर से विवाद होने लगा। उन्होंने ट्विटर के नए सीईओ पराग अग्रवाल के साथ एक मीटिंग रखी। उनसे मिल कर उन्होंने कहा कि पराग वाकई अच्छा आदमी है, मगर अच्छे लोगों को सीईओ नहीं बनना चाहिए। मस्क इस बात पर जोर देने लगे कि ट्विटर को अधिक मुक्त होना चाहिए। पराग अग्रवाल ने उन्हें बोर्ड में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया, मगर मस्क के इरादे कुछ और ही थे।
उनके मित्र नवेद फारूक ने समझाया कि वह ख़ामख़ा ट्विटर के पीछे पड़े हैं, यह फायदे का सौदा नहीं है। लेकिन मस्क को ट्विटर जैसे एक ऐसा खेल का मैदान लग रहा था, जिस पर वह मनमर्जी खेलना चाहते थे। आखिर ट्विटर बोर्ड ने एलन मस्क का ऑफर मान लिया। यह एक बहुत बड़ा निवेश था, मगर मस्क ने ठान लिया था। अक्तूबर 2022 में वह ट्विटर के मालिक बन गए, और उन्होंने इसका नया नामकरण कर दिया- एक्स।
जब ट्विटर के नए ऑफिस में पूरा दिन घूमने के बाद मस्क आराम कर रहे थे, तो पराग अग्रवाल उनके पास आए और पूछा, “कैसा रहा आपका दिन?”
मस्क ने कहा, “थक गया हूँ। अब चैन से सोना चाहता हूँ।”
जल्द ही मस्क ने ट्विटर के आधे कर्मचारियों को हमेशा के लिए छुट्टी दे दी। नवंबर में ट्विटर के वेरीफाइड एकाउंट खरीदने की सुविधा आ गयी। उसके बाद भी जब ट्विटर की आय में ख़ास इजाफ़ा नहीं हुआ तो दो राउंड में कई अन्य कर्मियों को निकाला गया। हालाँकि इस मध्य अन्य कंपनियाँ अपना विस्तार कर रही थी। ऑप्टिमस रोबोट और न्यूरालिंक जैसी चीजें आ गयी थी।
2023 में स्पेस एक्स का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट स्टारशिप उड़ने के बाद विस्फोट कर आग के गोलों में बदल गया। मस्क ने कहा,
“जब आप आग से खेलते हैं, तो ऐसा होता ही है। मैं तो बचपन से आग से ही खेल रहा हूँ”
अगले वर्ष 2024 में स्टारशिप का लॉन्च सफल रहा। डोनाल्ड ट्रम्प पुनः राष्ट्रपति बने, एलन मस्क उनके दायें हाथ बने। मस्क की आग से खेलने की यात्रा जारी है।
Author Praveen Jha narrates a short biography of Elon Musk based on his biography by Walter Isaacsen