जब काला सिंह को नोबेल मिला
अब्दुल रज्जाक गुरनाह को 2021 में नोबेल पुरस्कार मिला। उनका साहित्य सरल होकर भी मानवीय भावनाओं की गहराई तक ले जाता है। उनके उपन्यास पैराडाइज पर दो टूक
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किताबों की समीक्षा का ढर्रा बदल रहा है। अब दो पंक्तियों में भी पुस्तक की बात हो जाती है। मसालेदार और विवादित समीक्षाएँ भी दिखती है। धीर-गंभीर भी। उन सभी का लक्ष्य है किताबों की बातें करना। यह अच्छा हो कि उसका कोई फॉर्मैट न हो। लोग किताबों पर सहजता से बात करें। किताब गली ऐसा ही प्रयास है।