यह दुनिया दो खानों में बँटी है। एक जो ऊपर के कमरों में रह कर आदेश देते हैं। दूसरे जो नीचे के कमरों में रह कर आदेशों का पालन करते हैं। लेकिन क्या ये दो दुनिया एक ही नहीं है? ब्रिटिश उपन्यास और टीवी सीरीज़ ‘अपस्टेयर्स डाउनस्टेयर्स’ पर बात
सऊदी अरब के शहज़ादे मोहम्मद बिन सलमान का चालीस वर्ष से कम उम्र में दुनिया के सबसे ताक़तवर लोगों में शुमार होना एक अजूबी घटना नहीं। लेकिन, इसे हासिल करने के लिए अपनाए गए हथकंडे एक थ्रिलर की रोचकता लिए हैं। पुस्तक ‘ब्लड एंड ऑयल’ का एक सारांश
एडॉल्फ हिटलर के तानाशाह हिटलर बनने में एक महत्वपूर्ण कड़ी है वियना में बिताए सत्रह से चौबीस वर्ष की उम्र का नवयौवन। उन दिनों उसके रूम-मेट द्वारा लिखे संस्मरण के आधार पर एक यात्रा उन बिंदुओं से, जो शायद यह समझने में मदद करे कि साधारण प्रवृत्तियाँ कैसे बदल कर विनाशकारी हो जाती है।
गुरुदत्त के जीवन पर बहुत कुछ लिखा गया है। यासर उस्मान ने उन पर लिखी सभी किताबों और संदर्भों को मिला कर एक मुकम्मल किताब लिखी है। किताब तो मुकम्मल है, लेकिन गुरुदत्त का जीवन ही अपूर्णता से भरा है। एक अधूरी कहानी
विवेक शुक्ल दिल्ली के चलते-फिरते ज्ञानकोश हैं। इस पुस्तक में उन्होंने गांधी और दिल्ली के संबंध को टटोला है। ऐसा लगता है जैसे हर चीज जो देख रखी है, उसमें बहुत कुछ देखना बाकी है।
पुस्तक में एक स्थान पर हिंदू राष्ट्र के चार संभावित विकल्प बताए गए हैं। पहला कि हिंदू राष्ट्र बने, किंतु संवैधानिक अधिकार बराबर रहें। जैसे नॉर्वे आदि ईसाई राष्ट्र की तरह। दूसरा कि हिंदू राष्ट्र बने और हिंदुओं को कुछ अधिक अधिकार मिले, जैसा भाजपा चाहती है…
फ़र्ज़ करिए कि तीनों इब्राहिमी धर्म जिनका मूल एक है, वे एक हो जाएँ। यहूदी, ईसाई और मुसलमान एक हो जाएँ। यहूदी इस बात पर मान जाएँ कि यीशु मसीह वाकई एक मसीहा थे। ईसाई यह मान जाएँ कि पैगम्बर भी थे।
एक ऐसी जगह हो, जहाँ पीढ़ी-दर-पीढ़ी लोग बाज पालते हों। एक ऐसा क्षेत्र जहाँ विवाह की पारंपरिक विधि ही यही हो कि पुरुष पहले अपनी प्रेमिका का अपहरण कर ले, फिर उनके माँ-बाप से इज़ाजत माँगे