कहानी ग्रेट एक्सपेटेशंस की
चार्ल्स डिकेंस अपनी कहानियों में इंग्लैंड का वह स्याह पक्ष दिखाते हैं, जो उस समाज के दोगलेपन को उभार कर लाती है। अपनी पुस्तक ग्रेट एक्सपेटेशंस में वह कुछ-कुछ अपनी ही कहानी कह रहे होते हैं। आज उसी उपन्यास की बात
Browsing Category
किताबों की समीक्षा का ढर्रा बदल रहा है। अब दो पंक्तियों में भी पुस्तक की बात हो जाती है। मसालेदार और विवादित समीक्षाएँ भी दिखती है। धीर-गंभीर भी। उन सभी का लक्ष्य है किताबों की बातें करना। यह अच्छा हो कि उसका कोई फॉर्मैट न हो। लोग किताबों पर सहजता से बात करें। किताब गली ऐसा ही प्रयास है।